बीसीए क्या होता है पूरी जानकारी
स्वागत है आपका करियर डायरेक्टरी में। मेरा नाम राजवीर है और इस पोस्ट “बीसीए क्या होता है What is BCA” में मैं बिना इधर-उधर की बातें किए आपको सिर्फ़ बीसीए कोर्स और उससे जुड़ी हर एक जानकारी देने की कोशिश करूंगा। कृपया ध्यान से इस लेख को पूरा पढ़ें ताकि आप अपने करियर के इस अहम मोड़ पर एक सही निर्णय ले सकें।
Table of Contents
हमेशा की तरह, इस पोस्ट को लिखने के लिए हमारे द्वारा मुख्य टॉपिक पर काफी रिसर्च की गई है और एक्सपर्ट्स की राय ली गई है ताकि आप तक सही और सटीक जानकारी पहुंच सके। वैसे तो १२वीं के बाद कई अच्छे कोर्स उपलब्ध हैं, लेकिन अगर आप कंप्यूटर फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो बीसीए एक बेहतरीन कोर्स है।
इस कोर्स को करने के बाद आप आईटी इंडस्ट्री में पहला कदम रख लेते हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आपके लिए कई द्वार खुल जाते हैं चाहे वह हायर स्टडीज का हो या एक सैटल्ड जॉब का हो या फिर अपने स्टार्टअप से जुड़ा हो। आगे इस पोस्ट में हम हर संभावनाओं पर बात करेंगे।
बीसीए क्या होता है What is BCA
बीसीए का पूरा नाम है बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन। कहीं-कहीं इसे बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन भी कहा जाता है। नाम भिन्न हो सकते हैं लेकिन कोर्स एक ही है। यह एक बैचलर डिग्री कोर्स है जो कि १२वीं के बाद किया जाता है। इसमें कुल 6 सेमेस्टर होते हैं जो 3 साल में पूरे किए जा सकते हैं।
प्रवेश प्रक्रिया
इसमें प्रवेश के लिए आपको कुछ प्रवेश परीक्षाओं जैसे CUET, SET, IPU CET आदि देनी होती हैं और साथ ही १२वीं में PCM यानी Physics, Chemistry और Mathematics के साथ 60% अंक होना अनिवार्य है। लेकिन चिंता की बात नहीं है, देश में कई यूनिवर्सिटी या कॉलेज ऐसे भी हैं जो सीधे उन छात्रों को भी प्रवेश देते हैं जिन्होंने किसी भी विषय में १२वीं पास की है। यानी आप आर्ट्स, कॉमर्स, बायो या अन्य किसी भी विषय में १२वीं पास हैं तो भी आप इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। आप कमेंट में अपने शहर का नाम बताकर हमसे पूछ सकते हैं कि वे यूनिवर्सिटी या कॉलेज कौनसे हैं।
सिलेबस और टॉपिक्स
हर यूनिवर्सिटी का सिलेबस भिन्न हो सकता है लेकिन मुख्यतः बीसीए में पढ़ाए जाने वाले विषय हैं:
- Basic Computer Knowledge
- Operating System
- Professional English
- Mathematics
- Software Engineering
- Computer Architecture
- Data Structure
- C & C++ Languages
- Java Programming
- Database Management System
- Cloud Computing
- Multimedia
- Servers
इन सारे कॉमन सब्जेक्ट्स को पढ़ने के बाद आपको 5वें या 6वें सेमेस्टर में स्पेशलाइजेशन के लिए किसी एक टॉपिक को चुनना होता है जो इस प्रकार हो सकते हैं:
- Data Science
- Data Analytics
- Database Systems
- Cloud Computing
- Cyber Security
- Digital Marketing
- Web Development
- Mobile App Development
जब आप इनमें से किसी एक को चुन लेते हैं तो आपको इससे जुड़े अन्य विषयों का विस्तृत अध्ययन करना पड़ता है एवं फाइनल एग्जाम के पहले प्रोजेक्ट बनाकर अपने कॉलेज में सबमिट भी करना होता है।
फीस
इस कोर्स की कोई निर्धारित फीस नहीं है। विभिन्न कॉलेज और यूनिवर्सिटी अपने यहाँ उपलब्ध सुविधाओं को ध्यान में रखकर फीस निर्धारित करते हैं। अगर आप एक सामान्य कॉलेज से बीसीए करते हैं तो उसकी फीस 30 हजार से 60 हजार प्रति वर्ष हो सकती है। वहीं अगर आप किसी मेट्रो सिटी के बड़े कॉलेज में प्रवेश लेते हैं तो फीस 1 लाख से डेढ़ लाख प्रति वर्ष भी हो सकती है।
विभिन्न कॉलेज एवं उनकी फ़ीस जानने के लिये यहाँ कॉलेज सर्च करें : बीसीए कॉलेज
बीसीए करने के फायदे
1. जॉब रेडी कोर्स
बीसीए कोर्स पूरा होते ही आप आसानी से किसी आईटी रिलेटेड कंपनी जैसे वेब डेवलपमेंट, डिजिटल मार्केटिंग, सॉफ्टवेयर कंपनी, या अन्य किसी कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर या प्रोग्रामर के पोस्ट पर जॉब पा सकते हैं। इतना ही नहीं, बीसीए करने के बाद बड़ी-बड़ी आईटी कंपनी जैसे TCS, Wipro, Infosys में इंटर्नशिप भी कर सकते हैं और वहां जॉब भी पा सकते हैं। एक बीसीए ग्रेजुएट की प्रारंभिक सैलरी 2.5 लाख से 4.5 लाख तक होती है जो अनुभव और स्किल पर निर्भर करती है और आसानी से एक-दो वर्ष के भीतर दोगुनी या उससे भी ज्यादा हो सकती है।
2. हायर स्टडी
अगर आपकी उम्र कम है और आप पर ज्यादा जवाबदारी नहीं है तो आप बीसीए के बाद जॉब करने की अपेक्षा हायर स्टडी पर फोकस कर सकते हैं। बीसीए के बाद 2 बेस्ट ऑप्शन आपके सामने होते हैं पहला एमसीए और दूसरा एमबीए। आप दोनों में से अपनी रुचि के अनुसार कुछ भी कर सकते हैं, दोनों के ही अपने फायदे हैं। अगर आपकी रुचि डेवलपमेंट में है तो आप एमसीए कर सकते हैं और अगर आप मैनेजमेंट में इंटरेस्ट रखते हैं तो आपके लिए एमबीए बेस्ट रहेगा।
बीसीए प्लस एमसीए यदि आपके रिज्यूम में जुड़ता है तो आप बीई या बी.टेक यानी इंजीनियरिंग डिग्री के बराबर समझे जाते हैं। आप वे सारी वैकेंसी, जॉब आदि के लिए एलिजिबल होते हैं जो बीई या बी.टेक के लिए होती हैं और आप इसके बाद जॉब भी करते हैं तो आपका पैकेज भी इनके ही बराबर होता है। साथ ही बीसीए प्लस एमबीए कॉम्बिनेशन भी आपके रिज्यूम में चार चाँद लगा देगा।
3. फ्रीलांसिंग
बीसीए करने के दौरान आप कई सारी टेक्नोलॉजीज सीखते हैं जैसे वेब डेवलपमेंट, ऐप डेवलपमेंट, यूआई/यूएक्स डिजाइनिंग आदि जिसके कारण आप अपने फ्री टाइम में घर बैठे लोगों के प्रोजेक्ट कंप्लीट कर सकते हैं और उसका आपको अच्छा पैसा भी मिलता है। ये सारे प्रोजेक्ट्स आपको फाइवर, अपवर्क, फ्रीलांसर जैसी वेबसाइट्स से मिल जाते हैं। इसे ही फ्रीलांसिंग कहा जाता है।
4. स्टार्टअप
पिछले कुछ वर्षों में इंडिया में स्टार्टअप्स का काफी ट्रेंड है। ऐसे में सरकार भी कई सारी स्कीम लेकर आती है जिसके माध्यम से आपको आसानी से लोन मिल सकता है और आप अपना कुछ यूनिक आइडिया एक्जीक्यूट कर सकते हैं। बीसीए के दौरान की गई पढ़ाई आपको इसे सफल बनाने में मदद करेगी। एक सफल स्टार्टअप या बिजनेस स्टार्ट करने के पहले आपको प्रैक्टिकल नॉलेज होना भी काफी अनिवार्य है। अतः आपको यही सलाह रहेगी कि अपना कुछ स्टार्ट करने से पहले आप एक बार 1-2 साल की जॉब करें ताकि आप मार्केट को समझ सकें।
निष्कर्ष
तो यह थी बीसीए से जुड़ी तमाम जानकारी। हमें उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इसके अलावा भी अगर आपका कोई सवाल है या आप किसी अन्य विषय पर जानकारी चाहते हैं तो कमेंट के माध्यम से हमें बता सकते हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि आपकी पूरी मदद करें।
अब तक के लिए इस पोस्ट “बीसीए क्या होता है What is BCA” में इतना ही! अगर जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करें और हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब करना ना भूलें। आप हमारे यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते हैं जहां आपको बीसीए क्या होता है What is BCA एवं ऐसे ही कई अन्य विषयों पर जानने को मिलेगा। धन्यवाद!